भावों की चयनिका by Archana Anupriya
About Me
मैं, अर्चना अनुप्रिया अधिवक्ता, शिक्षिका, लेखिका होने के साथ-साथ एक ऐसी भारतीय नारी हूँ, जो अपने पारिवारिक दायित्वों को प्राथमिकता देती हुई समाज में अपना एक स्थान बनाना चाहती है और बनाने में पूर्णतया सक्षम है।जन्मभूमि बिहार और कर्मभूमि गुजरात के बीच भारत के नक्शे में पूरब को पश्चिम से जोड़ती मैं एक स्त्री-रेखा अपने देश, संस्कृति और साहित्य से गौरवान्वित,वतन की मिट्टी के प्रति नतमस्तक और मानव तथा साहित्य सेवा के लिए सदा ही तत्पर रहती हूँ।एक संवेदनशील भारतीय महिला होने के नाते समाज के ज्वलंत समस्याओं के समाधान और किसी नारी के आत्मसम्मान तथा प्रगति के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना मैं अपना कर्तव्य मानती हूँ।
Publications
एकल संग्रह
अंतर्मन के अंकुर
(काव्य-संग्रह)
साझा संग्रह
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स्वर्ण कलश गुजरात
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नारी काव्य सागर
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काव्य संगम
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साहित्य उदय
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दीप देहरी पर
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घर की मुंडेर से कूकती स्त्री कलम
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घर की देहरी लाँघती स्त्री कलम
आकाशवाणी में साहित्यिक वार्ता
लेख (कानून एवं राजनीति शास्त्र संबंधित)
Awards
सम्मान
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नारी सागर सम्मान (2018)
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अंतरा शब्दशक्ति सम्मान(2019)
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साहित्य स्वाभिमान सम्मान(2019)
सम्प्रति
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स्वतंत्र लेखन एवं समाज सेवा