हवा चली देशभक्ति की दिनभर
फिर लुप्त हो गई..
बजे गाने,लगे झंडे तस्वीरों पर
धड़कनें तृप्त हो गई..
अब शुरू होगा दौर मुहब्बतों का
मस्तियों का फिर से..
देशभक्ति जैसे पँद्रह और छब्बीस
दो तारीखों में जब्त हो गई..
©अर्चना अनुप्रिया
भावों की चयनिका by Archana Anupriya
हवा चली देशभक्ति की दिनभर
फिर लुप्त हो गई..
बजे गाने,लगे झंडे तस्वीरों पर
धड़कनें तृप्त हो गई..
अब शुरू होगा दौर मुहब्बतों का
मस्तियों का फिर से..
देशभक्ति जैसे पँद्रह और छब्बीस
दो तारीखों में जब्त हो गई..
©अर्चना अनुप्रिया
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